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चीन ने की अमेरिका के साथ सुलह की पेशकश   

चीन ने पिछले कई महीनों के संघर्ष के बाद अमेरिका के साथ सुलह की पेशकश  की है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि चीन कभी भी अमेरिका को उसके सुपर पावर के ओहदे से हटाना नहीं चाहता। चीन के विदेश मंत्री ने अमेरिका को यह सुझाव दिया है कि बातचीत के लिए तीन सूची बना सकते हैं और यह टकराव खत्म कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना और व्यापार युद्ध को लेकर अमेरिका और चीन के बीच के संबंध अभी तक के सबसे नीचले स्तर पर है। डिप्लोमैटिक टकराव से बढ़कर युद्ध की आशंका तक पहुंच गई है । पिछले महीने हवाई में भी अमेरिका और चीन के वरिष्ठ राजयनिकों के बीच बैठक हुई थी। लेकिन उस बैठक का कोई भी सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। उस बैठक में चीन के राजनयिक यांग झियेची ने अमेरिका का हांगकांग, झिनझियांग और तायवान  मामले में दखल को लेकर ऐतराज जताया था।


गुरूवार को चीन के विदेश मंत्री ने बीजिंग में दिए अपने एक भाषण में कहा कि अमेरिका के प्रति चीन की नीति में कोई परिवर्तन नहीं आया है और चीन अब भी अमेरिका के साथ अपने रिश्ते को गंभीरता से सुधारना चाहता है। चीन के विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि आपस की गलतफहमियों को सुलझाने के लिए दोनों देशों को और बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत में जो अवरोध उत्पन्न हुआ है, अगर अमेरिका चाहे तो उसे दोबारा शुरू करने की पहल चीन करने को तैयार है।

चीन के विदेश मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि चीन और अमेरिका के थिंक टैंक पहली सूची में दोनों देशों के आपसी मसले और वैश्विक मामले को शामिल कर बातचीत की शुरूआत कर सकते हैं। दूसरी सूची में वे विषय शामिल किए जा सकते हैं जिन पर बातचीत कर बाद में मामले सुलझाए जा सकते हैं और तीसरी सूची में वे विषय सम्मिलित किए जा सकते हैं जिनमें शामिल विषय को अभी सुलझाया नहीं जा सकता। चीन के विदेश मंत्री ने यह भी अपील की कि दोनों देषों को कोविड- 19 के इलाज और वैक्सीन की खोज में साथ आना चाहिए।
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