PERSONALITY

बेबाक चिंटू , बेदाग शख्सियत

एक टेलीविजनं इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने बताया था कि जब मेरा नाम जोकर के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड मिला तो उसे लेकर वो राज कपूर के पास गए I

राज कपूर ने उनसे कहा कि वह जाकर अपने दादा पृथ्वीराज कपूर के चरणों में इसे रख दे। ऋषि कपूर अवार्ड लेकर डरते डरते अपने दादा पृथ्वी राज कपूर के कमरे में गए उनके चरण छुए और नेशनल अवार्ड उनके सामने प्रस्तुत कर दिया। पृथ्वीराज कपूर की आंखों में तब आंसू छलक आए। उन्होंने बस इतना कहा कि राज ने मेरा कर्जा उतार दिया।  ऋषि कपूर ने अपने 5 दशक से भी अधिक के फिल्मी कॅरियर में जो  भारतीय सिनेमा को योगदान दिया है, उसका कर्ज शायद ही उतर सके।राज कपूर शोमैन के रूप में मशहूर थे,  तो  ऋषि कपूर अपनी स॔जीदगी के लिए हमेशा याद किए जाएंगे । एक प्लेबॉय की तरह भी और एक जिंदादिल इंसान की तरह भी I

ऋषि कपूर अपनी पुस्तक ऋषि कपूर अनसेंसर्ड में लिखा था ।  उन्हें  पता नहीं कि कब उन्हें अपने पिता के भय से मुक्ति मिली । उनकी फिल्में जब चलने लगी । उनका स्टारडम बनने लगा तो एक दिन ऋषि कपूर शराब पीकर घर पहुंचे और  जाकर एक कमरे में सो गए । सुबह जब उठे तो उन्होंने पाया कि वे जिस कमरे में सो रहे हैं उनकी बगल में उनके पिता भी सो रहे हैं ।ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा -उस दिन ऐसा लगा जैसे मैं शेर की मांद में आ गया हूं। लेकिन राज कपूर एक शो मैन थे । एक जिंदादिल इंसान भी।   उन्हें  महसूस हुआ कि ऋषि कपूर  स्टार बन गया है । तब से उनके साथ में दोस्ताना व्यवहार करने लगे I

ऋषि कपूर ने लिखा – उन्हें कई बार अपने पापा के साथ शराब पीने का  मौका मिला।  राज कपूर कहीं भी जाते ब्लैक लेबल शराब की बोतल जरूर लाते । राज कपूर की तरह ऋषि कपूर भी शराब के बेहद शौकीन थे। राज कपूर ने अपनी बनाई फिल्मों में सबसे अधिक बार अपने बेटों में  ऋषि कपूर को ही चांस दिया । मेरा नाम जोकर, बॉबी और  प्रेम  रोग में ऋषि कपूर, को लेकर राज कपूर ने फिल्म बनाई। ऋषि कपूर खुद कहा कि नरगिस जी के बाद यदि किसी ने सबसे ज्यादा बार राज कपूर की फिल्म में काम किया तो वह थे।

ऋषि कपूर बिंदास थे और अपने जज्बात भी बिंदास अंदाज में ही रखते थे ।अपनी पुस्तक में ऋषि कपूर ने खुलकर राज कपूर के प्रेम प्रसंगों की कहानी लिखी ।

किस तरह से नर्गिस के साथ उनका प्यार परवान   चढ़ा। कैसे वैजयंती माला के प्यार में आकर राज कपूर ने बच्चों को भी छोड़ दिया । राज कपूर की तरह वह भी शिव भक्त थे । लता मंगेशकर ने शिव प्रतिमा के साथ जो लॉकेट राज कपूर को दिए थे राज कपूर के निधन के बाद वह लॉकेट  ऋषि कपूर के गले में आ गया था ।  राज कपूर की तरह ऋषि कपूर भी खाने के बेहद शौकीन घूमने के बेहद शौकीन। लेकिन ऋषि कपूर का नाम कभी भी किसी और महिला के साथ नहीं जोड़ा गया।

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